सेकेंडरी मेमोरी कितने प्रकार की होती है? – Types of Secondary Memory in Hindi
सेकेंडरी मेमोरी सात प्रकार की होती हैं।
सेकेंडरी मेमोरी सात प्रकार की होती हैं।
Control unit एक electronic circuit है जो कंप्यूटर के CPU के भीतर operations को instruct और control करता है। Control unit सिस्टम के भीतर डेटा के flow को control करती है।
ALU एक डिजिटल सर्किट है जिसका उपयोग arithmetic और logic operations को करने के लिए किया जाता है। यह कंप्यूटर के सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के के सबसे महत्वपूर्ण कॉम्पोनेन्ट में आता है।
मेमोरी में केवल अस्थायी रूप से डाटा स्टोर होता है जबकि स्टोरेज में स्थायी रूप से डाटा स्टोर होता है।
सीपीयू का पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है। सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है। इसकी मदद से कंप्यूटर सभी इंस्ट्रक्शन को समझता है और उनके अनुरुप सभी कार्य करता है।
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो यूजर के instructions पर कार्य करता है। इसमें डेटा को स्टोर करने, retrieve करने और process करने की क्षमता है।
Computer memories को speed और space के आधार पर पांच levels पर विभाजित किया जाता है। इसी विभाजन को memory hierarchy कहा जाता है।
कंप्यूटर मेमोरी एक फिजिकल स्टोरेज डिवाइस है जो कि कंप्यूटर का सारा डाटा, इनफार्मेशन और इंस्ट्रक्शन को स्टोर रखता है। इसमें स्थायी और अस्थायी दोनों प्रकार के डाटा को स्टोर किया जाता है।
कंप्यूटर बूटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर की मेमोरी में इनस्टॉल होता है जब कंप्यूटर को स्टार्ट किया जाता है । कंप्यूटर को कार्य करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता पड़ती है।