हेलो दोस्तों, क्या आपको पता है कि कंप्यूटर को स्टार्ट करने के लिए एक प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। इस प्रोसेस को कंप्यूटर बूटिंग कहा जाता है। इस लेख में कंप्यूटर बूटिंग क्या होती है इसके बारे में विस्तार से आपको बताया जाएगा।
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कंप्यूटर बूटिंग क्या है? (What is computer booting?)
कंप्यूटर बूटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर की मेमोरी में इनस्टॉल होता है। कंप्यूटर को कार्य करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता पड़ती है। बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर स्टार्ट भी नहीं हो सकता।
जब हम कंप्यूटर को स्टार्ट करते हैं तो कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी (Main Memory or RAM i.e. Random Access Memory) में कुछ भी नहीं होता है। कंप्यूटर को स्टार्ट होने के लिए बहुत सारी फाइल्स की आवश्यकता होती हैं जो कि कंप्यूटर की हार्ड डिस्क में होती हैं।
जब कंप्यूटर को स्टार्ट किया जाता है तो ROM (Read Only Memory) में POST (Program on Self-Test) नाम का एक प्रोग्राम होता है जो execute होता है। यह प्रोग्राम ये चेक करता है कि कंप्यूटर के मदरबोर्ड से कौन-कौन से डिवाइस जुडें है और कंप्यूटर के डिवाइस जैसे की कीबोर्ड, माउस, हार्ड डिस्क सही तरह से कंप्यूटर से कनेक्ट है या नहीं।
अगर ये डिवाइस सही से कार्य करने के लिए तैयार होते हैं तो BIOS (Basic Input Output System) execute होता है। इस प्रक्रिया में बायोस बूट डिवाइस को सर्च करता है। इसमें हर बूट डिवाइस में बूटिंग फाइल को सर्च किया जाता है। इसी प्रक्रिया को बूटिंग कहा जाता है। इसके बाद Bootstrap Loader नाम का एक प्रोग्राम ऑपरेटिंग सिस्टम को हार्ड डिस्क से मुख्य मेमोरी में transfer करता है। इसके बाद ऑपरेटिंग सिस्टम लोड हो जाता है।
बूटिंग की आवश्यकता क्यों पड़ती है? (Why is booting needed?)
कंप्यूटर को स्टार्ट करने के लिए बूटिंग प्रोसेस की जरूरत पड़ती है। बूटिंग प्रोसेस के दौरान कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का आपस में सही से तालमेल हो जाता है।
कंप्यूटर से लगने वाले सभी डिवाइस को कार्य करने के ड्राइवर्स (drivers) की जरूरत पड़ती है। ड्राइवर्स सॉफ्टवेयर होते हैं। इन ड्राइवर्स को ऑपरेटिंग सिस्टम में इनस्टॉल किया जाता है। बूटिंग प्रोसेस के बाद सभी हार्डवेयर ऑपरेटिंग सिस्टम से कनेक्ट हो जाते हैं।
बूटिंग कितने प्रकार की होती है? (What are the types of booting?)
बूटिंग प्रक्रिया दो प्रकार की होती है।
- कोल्ड बूटिंग (Cold Booting)
- वार्म बूटिंग (Warm Booting)
कोल्ड बूटिंग क्या है?
जब कंप्यूटर को एक दम नए सिरे से स्टार्ट किया जाता है तो जो बूटिंग होती है उसे कोल्ड बूटिंग कहा जाता है। ये तब होता है जब कंप्यूटर को शटडाउन करने के बाद स्विच ऑन किया जाता है।
वार्म बूटिंग क्या है?
जब कंप्यूटर के रीस्टार्ट या रिसेट बटन को दबाया जाता है तो वार्म बूटिंग होती है। इस अवस्था में कंप्यूटर को एक नए सिरे से स्टार्ट नहीं किया जाता है। वार्म बूटिंग के लिए रीस्टार्ट या CTRL + ALT + DELETE बटन की जरूरत पड़ती है।
कंप्यूटर बूटिंग के चरण क्या हैं? (What are the steps of computer booting?)
कंप्यूटर बूटिंग की प्रक्रिया को छह चरणों से गुजरना पड़ता है। वह इस प्रकार है:
- Startup
- BIOS: Power On Self Test
- Loading of OS
- System Configuration
- Loading System Utilities
- User Authentication